रंग बिरंगे पंखों से उड़ आती तितली,
इन्द्रधनुष सी चादर ओढ़े आती तितली ।
फूलों पर सुन्दर करतब दिखलाती तितली ,
मौज मनाती , सुंदर रंग दिखाती तितली ।
मुश्किल में लड़ती ना शीश झुकाती तितली ,
काम निरंतर करके खुश हो जाती तितली ।
मेहनत का फल होता मीठा सदा , समझ लो
पी पराग , यह कानों में कह जाती तितली ।।
वन उपवन की शोभा जब उड़ती हो तितली,
घर आंगन में आभा जब दिखती हो तितली ।
बच्चों के सपनों में जब मिलती हो तितली ,
जीवन की आशा बन सुख सिलती हो तितली ।।
सुंदरता की मूरत सबकी प्यारी तितली,
चंचलता से भरी है सबसे न्यारी तितली।
हे प्रभु ! ऐसा करो कि मैं बन जाऊं तितली,
बच्चों के संग खेलूँ , बन इतराऊँ तितली।।
।।अर्चना द्विवेदी।।
फ़ोटो: साभार गूगल
very nice 👌👌👌💐
ReplyDeleteGood line
ReplyDeleteThankx
DeleteWaiting for another💐
ReplyDeleteधन्यवाद
Deleteबहुत जल्द