लहरायेगा प्यारा तिरंगा
अब कश्मीर की घाटी में।
फूल ,कली,तन-मन चहकेंगे
स्वर्ग सी सुन्दर वादी में।।
हर्षित ,पुलकित ,आनंदित
जन -जन का मन हर्षाया है।
हुआ अखण्ड ये भारत अपना
जिसे देख शत्रु थर्राया है।।
अबकी सावन झूम के बरसा
माँ ने किया षोडश श्रृंगार ।
केसरिया आँचल लहराए
मस्तक सजे ,स्वर्ग का द्वार ।।
अब एक ही ध्वज,एक राष्ट्रगान
सब राष्ट्रीय पर्व एक होंगें।
एक मातृभूमि,एक संविधान
रंग-रूप अलग,मन एक होंगे।।
हे! वीर पुत्र है नमन तुम्हें
इक निर्णय स्वर्ण सुनाया है।
भारत माता के मस्तक पर
जो विजय का तिलक लगाया है।
विश्व पटल के शीर्ष शिखर पर
राष्ट्रीय ध्वज लहरायेगा ।
विश्व गुरु बन आर्यभूमि अब
स्वर्ण देश कहलायेगा ।।
चलो गुनगुना ले सब मिलकर
प्यारा भारत देश हमारा।
नहीं झुकेगा अब ये तिरंगा
मिला हमें कश्मीर हमारा।।
।। अर्चना द्विवेदी।।
फ़ोटो:साभार गूगल
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माँ के वीर सपूत
भारत माँ
हार्दिक अभिनंदन
Jitni taarif ki jaye utni kaam hai.so nice and beautiful.keep it up.
ReplyDeleteधन्यवाद आपको
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