सुन बिटिया तेरे आने से....
जीवन गुल से गुलज़ार हुआ
गुलदस्ते सा परिवार खिला
ममतामयी खुशबू फैल गयी
मेरी बिटिया तेरे आने से.....
सुंदर सूरत परियों जैसी
मुस्कान तेरी कलियों जैसी
हो मधुर राग स्वर लड़ियों में
कोयलिया तेरे गाने से....
मीठी बोली लगे बहुत भली
कानों में घुले मिश्री की डली
सब दुख हो जाते छू मंतर
नन्हीं सी परी के आने से....
तेरी छवि में बचपन को देखूँ
भूली बिसरी यादें सोचूँ
घर भरा है खेल खिलौनों से
प्यारी गुड़िया तेरे आने से....
ये प्रेम भाव का सुखद माह
उल्लास भरे तेरे जीवन में
उम्मीद का सूरज अस्त न हो
संघर्ष की बदली छाने से....
मेरी बिटिया तेरे आने से....
।।अर्चना द्विवेदी।।
जीवन गुल से गुलज़ार हुआ
गुलदस्ते सा परिवार खिला
ममतामयी खुशबू फैल गयी
मेरी बिटिया तेरे आने से.....
सुंदर सूरत परियों जैसी
मुस्कान तेरी कलियों जैसी
हो मधुर राग स्वर लड़ियों में
कोयलिया तेरे गाने से....
मीठी बोली लगे बहुत भली
कानों में घुले मिश्री की डली
सब दुख हो जाते छू मंतर
नन्हीं सी परी के आने से....
तेरी छवि में बचपन को देखूँ
भूली बिसरी यादें सोचूँ
घर भरा है खेल खिलौनों से
प्यारी गुड़िया तेरे आने से....
ये प्रेम भाव का सुखद माह
उल्लास भरे तेरे जीवन में
उम्मीद का सूरज अस्त न हो
संघर्ष की बदली छाने से....
मेरी बिटिया तेरे आने से....
।।अर्चना द्विवेदी।।
Very sweet!
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