Thursday, 29 August 2019
Tuesday, 13 August 2019
आसमाँ छूने की ख़्वाहिश
आसमाँ छूने की ख़्वाहिश,हो अगर जज़्बात में
चाँद देगा रोशनी ,काली अंधेरी रात में ।।
सर झुका देंगे फ़रिश्ते ,आकर तेरी दहलीज़ पर
लफ्ज़ ऐसे हों कि दिल,बिक जाए तेरी बात में।।
चन्द रिश्तों से सजा,दामन सितारों की तरह
नूर बनकर आ गए,कुछ दोस्त यूँ सौगात में।।
जाने किस उम्मीद में ,जीते रहे सब उम्र भर
हो गयी पूरी वो ख़्वाहिश,आगोश-ए-वफ़ात में।।
चाँद देगा रोशनी ,काली अंधेरी रात में ।।
सर झुका देंगे फ़रिश्ते ,आकर तेरी दहलीज़ पर
लफ्ज़ ऐसे हों कि दिल,बिक जाए तेरी बात में।।
चन्द रिश्तों से सजा,दामन सितारों की तरह
नूर बनकर आ गए,कुछ दोस्त यूँ सौगात में।।
जाने किस उम्मीद में ,जीते रहे सब उम्र भर
हो गयी पूरी वो ख़्वाहिश,आगोश-ए-वफ़ात में।।
Tuesday, 6 August 2019
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